Posts

Showing posts from January, 2014

प्यार का मौसम

Image
लो फिर से आ गया है, प्यार का ये मौसम ! भौरों का कलियों से, दिलदार का ये मौसम !! समाँ धूप में सनी है, हवा में कनकनी है ! भौरें भवंर रहे हैं, कलियाँ सवंर रही हैं! समय की इस घड़ी में, जवाँ दिल धड़क रहे हैं ! दिलवर को याद करके, अंग-अंग फड़क रहे हैं !! दिल की धड़कनों का, आयाम जड़ रहा है ! इन्हे व्यक्त करने खातिर, हर शख्स होठों का, व्यायाम कर रहा है !! फिर से आ गया है, प्यार का ये मौसम ! भौरों के कलियों से, दिलदार का ये मौसम !! दिलदार का ये मौसम, प्यार का ये मौसम !!!!